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गीता प्रेस, गोरखपुर >> जीवन का सत्य

जीवन का सत्य

स्वामी रामसुखदास

प्रकाशक : गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशित वर्ष : 2006
पृष्ठ :91
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 1062
आईएसबीएन :81-293-0434-1

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भगवान हमारे है उनपर हमारा अधिकार है। संसार से लोक-व्यवहार की दृष्टि से हमारा इतना ही सम्बन्ध है कि हम उसकी यथाशक्ति सेवा कर दें। भगवत्प्राप्ति इसी जीवन में सम्भव है।

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